क्या आपको पता है train ko shuddh hindi me kya kahate hai? नहीं पता है तो आपको हम इस लेख में पूरी जानकारी देंगे। हम सभी ने बचपन से ही ट्रेन का नाम सुना होगा और ट्रेन को देखा भी होगा और अधिकतर लोगों ने सफर भी किया होगा और ट्रेन में सफर करने का आनन्द लिया होगा।लेकिन अधिकतर लोगों को यह नहीं पता होगा कि ट्रेन को शुद्ध हिंदी में क्या कहते हैं? तो चलिए ट्रेन का हिंदी शब्द जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
पहले आप जानले कि ट्रेन किसे कहते हैं?
ट्रेन लोहे की बनी पटरी पर चलती है। ट्रेन यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाती है। यह सामान लाने ले जाने का भी काम करती है इसे मालगाड़ी भी कहते हैं। यह बहुत विशाल गाड़ी होती है जो लोहे के डिबो के द्वारा बनाई जाती है।
ट्रेन के बारे में कुछ जानकारी
दुनिया में 21 फरवरी 1804 में सबसे पहली ट्रेन चलाई गई थी और 16 अप्रैल 1853 में भारत में सबसे पहली बार ट्रेन चलाई गई थी। यह ट्रेन बोरी बंदर और थाने के बीच चलाई गई थी साहिब सुल्तान और सिंह तीन इंजन के द्वारा चली थी इस ट्रेन में 400 यात्री थे। 14 डिब्बो के द्वारा 34 कि मी की दूरी तय की थी ।
ट्रेन को शुद्ध हिंदी में क्या कहते हैं?
ट्रेन को हिंदी में “लौह पथ गामिनी” कहते हैं। लोहा का अर्थ है “लोहे की पटरी” और गामिनी का अर्थ है “वाहन” लौह पथ गामिनी कहा जाता है। यह विशाल गाड़ी है जो लोहे की बनी रास्ते पर चलती है जिसको रेलगाड़ी और ट्रेन भी कहा जाता है।
हिंदी में रेलवे स्टेशन को क्या कहते हैं?
रेलवे स्टेशन को हिंदी में लोह पथ गामिनी विश्राम स्थल, और लोह पथ गामिनी स्टॉप पॉइंट भी कहते हैं। हिन्दी नाम बड़ा होने के कारण इसको हर कोई इंग्लिश में बोलना पसंद करते हैं इंग्लिश में इसको रेलवे स्टेशन कहते हैं।
ट्रेन ड्राइवर को हिंदी में क्या कहते हैं?
ट्रेन ड्राइवर को हिंदी में रेलमार्ग इंजीनियर,ट्रेन ऑपरेटर,लोकोमोटिव इंजीनियर, ट्रेन ड्राइवर या इंजन ड्राइवर भी कहते हैं। ट्रेन ड्राइवर का काम होता है ट्रेन में कोई समस्या तो नहीं है डीजल या फिर समान पूरी मात्रा में है या नहीं ट्रेन ड्राइवर ट्रेन स्टेशन मास्टर की परमिशन से ही ट्रेन को आगे बढ़ता हैं।
रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म के पास पीले रंग की पट्टी क्यों बनाई जाती है?
रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म के पास पीले रंग की पट्टी बनाई जाती है यह पीली पट्टी एक छोर से दूसरे छोर तक होती है।जो यह दर्शाता है रेलवे यात्रियों को इस पीली पट्टी के आगे तक नहीं जाना है जब तक की ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी ना हो जाए।यह पीली पट्टी रेलवे यात्रियों के सुरक्षा के लिए बनाई जाती है गौर तलब है जब गाड़ी प्लेटफार्म में आती है तो हवा का प्रेशर इतना अधिक हो जाता है कि वह रेलवेफार्म की तरफ खींचता है यह पीली पट्टी बहुत काम करती है जो यात्रियों को बार-बार याद दिलाती है उन्हें पीली पट्टी के बाहर रहकर ही ट्रेन का इंतजार करना है।
FAQ.
Q.ट्रेन को शुद्ध हिंदी में क्या कहते हैं?
उत्तर. ट्रेन को हिंदी में “लौह पथ गामिनी” कहते हैं।
Q.ट्रेन का ड्राइवर का नाम क्या है?
उत्तर.लोको पायलट
Q.ट्रेन का पिता कौन है?
उत्तर.ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी
Q.प्लेटफार्म को हिंदी में क्या कहते हैं?
उत्तर.लोह पथ गामिनी विश्राम स्थल
Conclusion
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में train ko shuddh Hindi mein kya Kahate Hain के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है अगर आपको जानकारी उपयोगी लगी हो और अच्छी लगी हो तो सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें एवं किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करें।