आज के समय में कंटेंट राइटिंग काफी ज्यादा लोकप्रिय हो चुका है और इस फील्ड में काफी अच्छे-अच्छे करियर ऑप्शन मौजूद हैं यदि आप एक कंटेंट राइटर बनना चाहते हो और आपको समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर Writer Kaise Bane तो आज आप बिल्कुल सही लेख को पढ़ रहे हो।
न्यूज़ पेपर राइटिंग से लेकर के मीडिया में काम करने तक के सभी क्षेत्रों में राइटर की आवश्यकता होती ही है अगर आप एक अच्छे राइटर है तो आपको राइटर के तौर पर अच्छी नौकरी मिल सकती है या फिर आप घर बैठे भी पार्ट टाइम में कंटेंट राइटिंग का काम करके आसानी से एक अच्छी इनकम कर सकते हैं।
कुल मिला जुला कर के आज के समय में कंटेंट राइटिंग के के जरिए आप जैसे चाहे वैसे पैसे कमा सकते हैं। आज हम आपको जो भी राइटर बनने से संबंधित अपने लेख में गाइड प्रदान करने वाले हैं, आप उन्हें शुरू से लेकर अंतिम तक ध्यान से पढ़ें एवं कोई भी जानकारी बिल्कुल भी मिस ना करें।
कंटेंट राइटिंग क्या है
कंटेंट का मतलब होता है सामग्री और राइटिंग का मतलब होता है लेखन मतलब की सामग्री लेखन के काम को ही कंटेंट राइटिंग कहा जाता है। आप किसी भी भाषा में और किसी भी जानकारी को लिख कर के ही कंटेंट राइटिंग कर सकते हो।
मान लीजिए मैंने आपको किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता के बारे में कुछ लिखने को कहा तो आप इसे जब लिखोगे तो इसे इंग्लिश में कंटेंट राइटिंग ही कहेंगे। संधारण शब्दों में हम जिस भी विषय पर अपने विचारों के आधार पर एवं अपनी भाषा में जानकारी को लिखते हैं उसी को कंटेंट राइटिंग कहते हैं।
कंटेंट राइटर कौन होते हैं
कंटेंट राइटर किसी भी विषय पर अपनी भाषा में साधारण शब्दों में सामग्री लेखन का काम करता है और इसी को इंग्लिश में कंटेंट राइटर कहते हैं। किसी भी विषय में यदि आप कोई भी चीज़ अपनी भाषा में लिख रहे हो तो आप एक कंटेंट राइटर कहलाएंगे।
अभी आप जो कंटेंट राइटर कैसे बने? हमारे इस लेख को पढ़ रहे हैं, इसको किसी कंटेंट राइटर ने ही लिखा है अर्थात एक ऐसा व्यक्ति जो अपनी भाषा में किसी भी विषय पर लिखने की कला रखता है उसी को कंटेंट राइटर कहते हैं। कंटेंट राइटर किसी भी भाषा में लिख सकता है या फिर वह खुद जिस भी भाषा में एक्सपर्ट है, उस भाषा में लिख सकता है।
राइटर बनने के लिए जरूरी चीजें
राइटर बनने के लिए आपको कुछ जरूरी चीजों की आवश्यकता होगी और इसके बारे में हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको जानकारी दी है।
- आप किसी भी विषय में एक्सपर्ट होने चाहिए।
- कंटेंट राइटिंग करने के लिए आपके पास लैपटॉप या स्मार्टफोन होना चाहिए।
- कंटेंट राइटिंग करने के दौरान आपको इंटरनेट कनेक्शन की भी जरूरत होगी।
- आप जिस भाषा में राइटिंग करना चाहते हैं आपको उस भाषा का अच्छे से ज्ञान होना चाहिए।
- अगर आपके पास मास कम्युनिकेशन की डिग्री है तो और भी अच्छा है।
- आपको कंप्यूटर के बारे में बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
- आपको कंटेंट राइटिंग करने का थोड़ा बहुत अनुभव होना चाहिए।
- आपके अंदर चीजों को आसान शब्दों में समझाने का गुण होना चाहिए।
राइटर कैसे बने
राइटर बनने के लिए आपके पास डिग्री नहीं बल्कि हुनर का होना जरूरी है। आप जिस भी भाषा में राइटिंग करना चाहते हैं उस भाषा में आपकी अच्छी पकड़ होनी चाहिए और आपको आसान शब्दों में लोगों को जानकारी समझाने का तरीका मालूम होना चाहिए बस आप कंटेंट राइटर बन सकते हैं।
कंटेंट राइटर बनने के लिए हमें कुछ और चीजों को भी फॉलो करना होगा जिसके बारे में हम आपको आगे विस्तार से जानकारी देने वाले हैं और आप इसके लिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें एवं हम आपसे जो भी करने को कहेंगे वह करने की कोशिश करें तभी आप कंटेंट राइटर बन सकते हैं।
1. अपनी भाषा डिसाइड करे
अगर आपको राइटर बनना है तो आपको किसी न किसी भाषा में एक्सपर्ट होना होगा इसीलिए आपको राइटर बनने से पहले जिस भी भाषा में राइटिंग करना चाहते हैं वह डिसाइड करना जरूरी है। अगर आप अपनी मदर लैंग्वेज में राइटिंग करना चाहते हो तो आप उसमें एक्सपर्ट बनने की कोशिश करिए। यदि आप इंग्लिश और हिंदी भाषा में राइटिंग करना चाहते हो तो आप इन दोनों ही भाषा में एक्सपर्ट होने चाहिए या फिर आप चाहें तो इन में से किसी एक भाषा में भी एक्सपर्ट बनकर कंटेंट राइटिंग की शुरुआत कर सकते हैं।
2. राइटिंग की कैटेगरी चुने
देखिए आपको राइटिंग की कैटेगरी का चुनाव करना सबसे ज्यादा जरूरी है ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आपको कंटेंट राइटिंग सीखने में और करने में काफी आसानी होगी और आप जिस भी कैटेगरी में कंटेंट राइटिंग करेंगे उसमें आगे चलकर धीरे-धीरे एक्सपर्ट बनते जाएंगे। आज के समय में अनेकों प्रकार की कैटेगरी मौजूदा जिन पर कंटेंट राइटिंग की जा रही है इसीलिए आप अपने इंटरेस्ट के अनुसार राइटिंग की कैटेगरी का चुनाव करें ताकि आपको आगे इस फील्ड में एक्सपर्ट बनने में आसानी हो
3. अब अपना ग्रामर मजबूत करें
राइटिंग के फील्ड में ग्रामर मिस्टेक बहुत बड़ी समस्या बनती है इसीलिए आपको शुरुआती समय में ही अपनी ग्रामर को मजबूत करना चाहिए। आप जिस भी भाषा में राइटिंग करना चाहते हैं आप उस भाषा में अपने ग्रामर को मजबूत करने की कोशिश करें और इसके लिए आप ग्रामर की बुक को पढ़ें एवं लगातार ग्रामर की प्रैक्टिस करते रहे ताकि आपकी भाषा का ग्रामर मजबूत हो सके और आप से आगे राइटिंग में किसी भी प्रकार की ग्रामरली मिस्टेक ना होने पाए।
4. अपने कैटेगरी के ब्लॉग आर्टिकल्स पढ़े
आपने राइटिंग करने का जो भी कैटेगरी चुना है आपको अपने उस कैटेगरी से संबंधित इंटरनेट पर रोजाना ब्लॉग आर्टिकल पढ़नी चाहिए। जब आप ब्लॉग आर्टिकल पड़ेंगे तब आपको थोड़ी बहुत राइटिंग स्किल के बारे में समझ होने लगेगी और आप आर्टिकल की फॉर्मेटिंग करना भी धीरे-धीरे सीखने लगेंगे। आप रोजाना ब्लॉग आर्टिकल पढ़ने की आदत डालें तभी आगे चलकर आपको इस फील्ड में महारत हासिल हो सकती है।
5. अब थोड़ा बहुत लिखने की कोशिश करे
अपने कैटेगरी के ब्लॉग आर्टिकल्स पढ़ने के बाद जब आपको थोड़ी बहुत नॉलेज हो जाए और आप आर्टिकल की फॉर्मेटिंग अच्छे से समझने लगे तब आपको चाहिए कि खुद भी थोड़ा बहुत लिखने की प्रैक्टिस की जाए। आप जो भी ब्लॉग आर्टिकल पढ़ रहे हैं आप एक बार खुद भी उसे पढ़ने के बाद अपने आप से लिखने की कोशिश करें।
6. कभी भी कॉपी पेस्ट ना करे
अगर आप राइटर बनने के दौरान कॉपी पेस्ट करने लगोगे तो यही चलकर आपकी आगे आदत बन जाएगी और आप कभी भी एक अच्छे राइटर नहीं बन पाएंगे। आज के समय में लोग आसानी से कॉपी पेस्ट लाइटर को पकड़ लेते हैं और फिर उन्हें काम नहीं मिल पाता। इसीलिए आप कभी भी राइटिंग के दौरान एक भी लाइन कॉपी पेस्ट ना करें खुद अपनी भाषा में उसे लिखने की कोशिश करें ताकि आपका आर्टिकल हंड्रेड परसेंट यूनिक हो।
7. कोई भी पैराग्राफ बड़ा ना लिखें
कंटेंट राइटिंग करने के दौरान आप बड़े-बड़े पैराग्राफ बिल्कुल ना लिखें। कभी भी एक राइटर को चार से पांच लाइन के पैराग्राफ को ही लिखना चाहिए यदि आप इससे बड़े-बड़े पैराग्राफ लिखोगे तो यूजर कभी भी आपके आर्टिकल को नहीं पड़ेगा यहां तक कि आपका क्लाइंट भी आपकी आर्टिकल को बिल्कुल पसंद नहीं करेगा। इसीलिए आप सिर्फ चार से पांच लाइन वाले पैराग्राफ को लिखने की कोशिश करें और वह भी बिल्कुल साधारण शब्दों वाले पैराग्राफ को लिखने की कोशिश करें।
8. आर्टिकल में हेडिंग का इस्तेमाल करे
आप कंटेंट राइटिंग के दौरान अपने टॉपिक से संबंधित रेलीवेंट हेडिंग का इस्तेमाल करें। मतलब कि आप जिस भी टॉपिक पर आर्टिकल लिखने की कोशिश कर रहे हैं आप उस टॉपिक से संबंधित जितने भी हेडिंग बन रहे हैं उन्हें बनाने की कोशिश करें और उन्हें अच्छे से अपनी भाषा में साधारण शब्दों के साथ एक्सप्लेन करने की कोशिश करें।
9. आर्टिकल में लिस्ट का उपयोग करे
अपने आर्टिकल को आकर्षक बनाने के लिए और यूजर को इंगेज करके रखने के लिए आपको किसी ने किसी एक या दो सेटिंग में जहां पर आवश्यकता हो उसमें लिस्ट बनाने की कोशिश करनी चाहिए। मतलब कि आप कोई ऐसी हेडिंग का इस्तेमाल करें जिसमें लिस्ट बन सकता है। जब हम अपने आर्टिकल में लिस्ट इस्तेमाल करते हैं तो यूजर को अच्छा लगता है और साथ ही साथ सर्च इंजन भी हमारे आर्टिकल को बेस्ट आर्टिकल समझता है।
10. लिखने से पहले टॉपिक पर रिसर्च करे
अगर आपको किसी ने किसी भी टॉपिक पर लिखने के लिए बोला है तो आप लिखने से पहले डीप रिसर्च करने की कोशिश करें। जब हम रिसर्च करते हैं तो हमें पता चलता है कि हमारे जितने भी पहले से कंपीटीटर मौजूद हैं उन्होंने अपने आर्टिकल में क्या-क्या किया है और हमें ऐसा क्या करना है जिससे हमें आर्टिकल को यूनिक बनाने में आसानी हो सके। किसी भी आर्टिकल को लिखने से पहले अगर उस पर रिसर्च की जाए तो राइटर की काफी हद तक हेल्प हो जाती है इसीलिए आप किसी भी विषय पर लिखने से पहले आप एक बार डीप रिसर्च जरूर करें।
11. इंफॉर्मेशन को एक्सप्लेन करने की कोशिश करे
जब आप किसी भी विषय पर आर्टिकल लिख रहे हो तो आपको चाहिए कि उस विषय पर आप अच्छे से फुल इनफार्मेशन वाले आर्टिकल को लिखने की कोशिश करें। मतलब कि आप एक ऐसा आर्टिकल तैयार करें जो सर्च इंजन में पहले से उस विषय पर मौजूद ना हो। आप अपने आर्टिकल को इनफॉर्मेटिव बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हेडिंग का इस्तेमाल करें और हेडिंग में वैल्युएबल इंफॉर्मेशन को ऐड करें। जब आप इस प्रकार से आर्टिकल को तैयार करते हो तो आपका आर्टिकल 100% यूनिक बनता है और आपके आर्टिकल कोई आपके क्लाइंट के साथ-साथ यूजर को भी पढ़ने में आसानी होती है।
12. जो भी कीवर्ड लिखे उसे बोल्ड करे
एक आर्टिकल राइटर या फिर यूं कहें कि कंटेंट राइटर जब किसी भी विषय पर आर्टिकल लिखता है तो वह अलग-अलग कीवर्ड वह अपने आर्टिकल में ऐड करता है जिससे आर्टिकल की वैल्यू बढ़ जाती है। आप अपने आर्टिकल में जब भी किसी भी कीबोर्ड को लिखें उसे बोल्ड करें ताकि सर्च इंजन के साथ-साथ यूजर का भी ध्यान उसके ऊपर आकर्षित हो और इस प्रकार से आपकी आर्टिकल में क्वालिटी इंप्रूव होती है एवं आपके क्लाइंट को भी आर्टिकल काफी पसंद आएगा।
13. आर्टिकल लिखने के बाद रीड करे
हमने बहुत सारे ऐसे राइटर को देखा है जो आर्टिकल को लिखने के बाद पढ़ते नहीं है जिसकी वजह से उनकी आर्टिकल में काफी मिस्टेक्स होती है। एक अच्छा आर्टिकल राइटर वही होता है जो अपने आर्टिकल को लिखने के बाद उसे अंतिम में एक बार शुरू से लेकर अंत तक ध्यान से पढ़ें। ताकि उसे उसकी मिस्टेक मिल सके और उस पर वह सुधार सके।
राइटर बनने के बाद कितनी सैलरी होती है
फ्रीलांस राइटर बन के आप 1 महीने में ₹20000 से लेकर ₹40000 की आसानी से कमाई करना शुरू कर सकते हो।
सैलरी और पीपीडब्ल्यू में क्या अंतर है
जब राइटर को सैलरी पर रखा जाता है तो उसे एक फिक्स से सैलरी हर महीने प्रदान की जाती है और अगर राइटर पीपीडब्ल्यू यानी कि प्रति शब्द लिखने के हिसाब से चार्ज करता है तो उसकी सैलरी फिक्स नहीं होती है। वह अपने क्लाइंट से 1000 वर्ड लिखने का ₹100 से लेकर के ₹200 तक का चार्ज कर सकता है अर्थात 10 पैसे प्रति शब्द के हिसाब से लेकर के 20 पैसे प्रति शब्द से ऊपर का चार्ज कर सकता है। राइटर जितना भी पीपीडब्ल्यू चार्ज करेगा उतना ही उसकी इनकम होगी। सैलरी के मुकाबलेपीपीडब्ल्यू में किसी राइटर की अच्छी इनकम हो पाती है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को Writer Kaise Bane के बारे में बेस्ट जानकारी साधारण शब्दों में प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि लेख को पढ़ने के बाद आप आसानी से राइटर बन पाएंगे और आप इस फील्ड में अपना करियर भी अच्छे से बना पाएंगे।
यदि आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें एवं किसी भी प्रकार के अतिरिक्त जानकारी या फिर सहायता के लिए आप नीचे दिए गए फ्री में कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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